बंद कमरे में पड़ सकती हैं डांट
वैष्णव पत्रिका :- गौरतलब हैं की भाजपा के शाहजहाँ जयपुर पहुंच चुके हैं और बिरला ऑडिटोरियम सभागार में भाजपा नेताओं को सम्बोधित करेंगे। शाह आने वाले चुनाव को लेकर कई नेताओं से रूबरू भी होंगे। ऐसे में राजे सरकार के कई मंत्री और संत्री बौखलायें हुए हैं। क्योकि शाह भाजपा के सबसे मुँहफट नेताओं में से एक हैं और हाल ही में राजस्थान सरकार द्वारा राजनैतिक प्रबंधन में हुई कई गलतियां जग जाहिर हैं। कभी घनश्याम तिवारी का नाराज होना तो कभी देवीसिंह भाटी का रूठ जाना ऐसे में ये तो तय हैं की राजे सरकार अपने नेताओं से तालमेल बैठाने नाकामयाब रही हैं। हाल ही में चल रहे किसान आंदोलन से जाट समाज नाराज तो वही आनंदपाल के राजनैतिक शिकार से राजपूत समाज आक्रोशित हैं। कल आये राष्ट्रपति चुनाव परिणाम में भाजपा द्वारा मीरा को मिला समर्थन भी कही न कही राजे को आलाकमान के सामने कमजोर साबित कर रहा हैं। राजे भारत के सबसे रहीस राज-घराने ग्वालियर से नाता रखती हैं और इसी कारण उन्हें महारानी सम्बोधित किया जाता हैं। राजपूताना की महारानी राजे अगले चुनाव में क्या नया सपना दिखाने वाली हैं ये तो भगवान ही जाने लेकिन अब सुराज संकल्प पूरा होने की उम्मीद राजस्थानियों को कमजोर दिखाई पड़ रही हैं। 80% से अधिक विधान सभा सीटें और 100% लोकसभा सीटें लाने वाली महारानी आज राजस्थान राजनैतिक पटल पर बौनी नज़र आ रही हैं। बंद कमरों में क्या कहाँ जाएगा और क्या सुना जायेगा ये पता लगाना मुश्किल हैं लेकिन कई मंत्रियों का फेरबदल होना बिल्कुल तय हैं। कौनसे मंत्रियों को शाह से डाँट पड़ने वाली हैं ये तब पता चलेगा जब नये मंत्रिमंडल की घोषणा जल्द ही की जायेगी उस समय हम बताएँगे किसको क्या कहा गया था अभी के लिए इतना ही आपके साथ हम और हमारी टीम जुडी रहेगी। धन्यवाद। शुभम भवति।