शिवाजी आचार्य , वैष्णव पत्रिका बीकानेर। स्वास्थ्य विभाग द्वारा रविवार को पल्स पोलियो महाअभियान को स्वास्थ्य उत्सव की तरह मनाते हुए पल्स पोलियो बूथों पर 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों को ओरल पोलियो वैक्सीन की 2 बूँदें पिलाई गई। महाअभियान का जिला स्तरीय शुभारम्भ जिला अस्पताल में पीएमओ डॉ बी एल हटीला व आरसीएचओ डॉ रमेश गुप्ता ने बच्चों को बाईवेलेंट पोलियो ड्रॉप्स पिलाकर पूरे जोश के साथ किया। इस अवसर पर मौजूद डॉ इंदिरा प्रभाकर, डॉ मंजुलता शर्मा व डॉ विजयलक्ष्मी व्यास ने भी बच्चों को ओपीवी पिलाई। सीएमएचओ डॉ. देवेन्द्र चौधरी ने बताया कि शहर से लेकर गाँव तक “2 बूँद जिंदगी की हर बार, पोलियो पर जीत रहे बरकरार” का नारा बुलंद हुआ और जागरूक माता-पिता सुबह-सवेरे ही अपना फर्ज निभाने अस्पतालों, आंगनवाड़ी केन्द्रों व अन्य प्रमुख स्थानों पर बनाए गए पोलियो बूथ पहुंचे। बीएसएफ क्षेत्र में भी चिकित्सकों ने बच्चों को पोलियोरोधी दवा पिलाई। ग्रामीण क्षेत्रों में इस बार अभियान का जोश अलग ही रहा। औद्योगिक क्षेत्रों, ईंट भट्टों व ढ़ाणियों के मजदूर परिवारों व निर्माण साइटों पर भी अधिकाधिक बच्चों को ढूंढ-ढूंढ कर प्रतिरक्षित किया गया। अभियान की गुणवत्ता सुनिश्चित करने जिला व खण्ड स्तरीय अधिकारियों ने पोलियो बूथों का पर्यवेक्षण कर आवश्यकतानुसार सुधार के निर्देश दिए। शाम को सीएमएचओ कार्यालय में बैठक का आयोजित कर अभियान की गहन समीक्षा की गई।
आरसीएचओ डॉ. रमेश गुप्ता ने बताया कि पल्स पोलियों महाअभियान के तहत जिले में 1513 स्थायी बूथ, 95 मोबाइल टीम्स, 290 सुपरवाइजर व 6090 वैक्सीनेटर्स की सहायता से बच्चों को पोलियो रोधी दवा पिलाई गई। सभी मुख्य रेलवे स्टेशन व बस स्टैंड पर भी ट्रांजिट बूथ की सहायता से ये कोशिश की गई की एक भी बच्चा पोलियो की खुराक से वंचित न रहे।
अब 2803 टीमें घर-घर पिलाएंगी ओपीवी
सीएमएचओ डॉ. देवेन्द्र चौधरी ने बताया कि 11 व 12 मार्च को पोलियो बूथ पर कार्यरत चार सदस्यीय दल दो टीमों में विभक्त होकर सम्पूर्ण जिले में घर-घर जाकर बूथ पर दवा पीने से वंचित रह गये बच्चों को ढुंढते हुये पोलियो के विरूद्ध प्रतिरक्षण का कार्य करेगें। घरों में विजिट के दौरान बच्चों की उपस्थिति, अनुपस्थिति एवं पोलियो वेक्सीन पीने के आधार पर घरों पर मार्किंग करेगें। जब तक शत प्रतिशत बच्चे प्रतिरक्षित ना हो जाएं अभियान जारी रहेगा।